पवाइज्जमाण: Difference between revisions
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जो उपदेश आचार्य सम्मत होता है और चिरकाल से अविचिछन्न संप्रदाय के क्रम से चला आता हुआ शिष्य परंपरा के द्वारा लाया जाता है वह पवाइज्जमाण कहा जाता है।