अंकुशित: Difference between revisions
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<p class="HindiText">वंदना के 32 अतिचारों में से एक अतिचार - अंकुश की भाँति हाथ को मस्तक पर रखना अंकुशित दोष है। विस्तार के लिए देंखें [[ व्युत्सर्ग#1.11 | व्युत्सर्ग - 1.11]]।</p> | <p class="HindiText">वंदना के 32 अतिचारों में से एक अतिचार - अंकुश की भाँति हाथ को मस्तक पर रखना '''अंकुशित''' दोष है। <br> | ||
विस्तार के लिए देंखें [[ व्युत्सर्ग#1.11 | व्युत्सर्ग - 1.11]]।</p> | |||
Latest revision as of 12:09, 11 March 2023
वंदना के 32 अतिचारों में से एक अतिचार - अंकुश की भाँति हाथ को मस्तक पर रखना अंकुशित दोष है।
विस्तार के लिए देंखें व्युत्सर्ग - 1.11।