छेदोपस्थापक: Difference between revisions
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<span class="GRef">योगसार/अमितगति 8/9 </span> <span class="SanskritGatha">प्रव्रज्यादायक: सूरि: संयतानां निगीर्यते। निर्यापका: पुन: शेषाश्छेदोपस्थापका मता:।9।</span> <span class="HindiText">=जो मुनि इतर मुनियों को दीक्षा प्रदान करता है वह आचार्य कहा जाता है और शेष मुनि छेदोपस्थाक कहे जाते हैं। (विशेष देखो छेदोपस्थापना) (देखें [[ निर्यापक#2 | निर्यापक - 2]])। </span> | |||
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Latest revision as of 14:50, 3 July 2023
योगसार/अमितगति 8/9 प्रव्रज्यादायक: सूरि: संयतानां निगीर्यते। निर्यापका: पुन: शेषाश्छेदोपस्थापका मता:।9। =जो मुनि इतर मुनियों को दीक्षा प्रदान करता है वह आचार्य कहा जाता है और शेष मुनि छेदोपस्थाक कहे जाते हैं। (विशेष देखो छेदोपस्थापना) (देखें निर्यापक - 2)।