नाथता: Difference between revisions
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Revision as of 21:42, 5 July 2020
पारिव्राज्य सम्बन्धी नवम सूत्रपद । इसमें मुनि इस लोक संबंधी स्वामित्व का परित्याग करके जगत् के जीवों के सेव्य हो जाते हैं । महापुराण 39.163, 177