भाषा-समिति: Difference between revisions
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Revision as of 21:45, 5 July 2020
पाँच समितियों में दूसरी समिति । दस प्रकार के कर्कश और कठोर वचनों का त्याग करके हित-मित और प्रिय वचन बोलना भाषा-समिति है । हरिवंशपुराण 2. 123, पांडवपुराण 9.92