आत्मप्रवादपूर्व: Difference between revisions
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<p>चौदह पूर्वों में सातवाँ पूर्व । इसमें छब्बीस करोड़ पद है जिनमें अनेक युक्तियों का संग्रह है तथा कर्तृत्व, भोक्तृत्व, नित्यत्व, अनित्यत्व आदि जीव के धर्मों और उनके भेदों का सयुक्तिक निरूपण है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 2.98, 10. 108-109 </span></p> | <div class="HindiText"> <p>चौदह पूर्वों में सातवाँ पूर्व । इसमें छब्बीस करोड़ पद है जिनमें अनेक युक्तियों का संग्रह है तथा कर्तृत्व, भोक्तृत्व, नित्यत्व, अनित्यत्व आदि जीव के धर्मों और उनके भेदों का सयुक्तिक निरूपण है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 2.98, 10. 108-109 </span></p> | ||
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Revision as of 16:52, 14 November 2020
चौदह पूर्वों में सातवाँ पूर्व । इसमें छब्बीस करोड़ पद है जिनमें अनेक युक्तियों का संग्रह है तथा कर्तृत्व, भोक्तृत्व, नित्यत्व, अनित्यत्व आदि जीव के धर्मों और उनके भेदों का सयुक्तिक निरूपण है । हरिवंशपुराण 2.98, 10. 108-109