वद्दिग
From जैनकोष
दक्षिण के गंगाधर नामक देश का राजा था । पिता का नाम (चालुक्यवंशी) अरिकेसरी था जो कृष्णराज तृतीय के अधीन था । ‘यशस्तिलकचंपू’ नामक ग्रंथ इसी की राजधानी में पूर्ण हुआ था । समय−ई. 972 के लगभग । (यशस्तिलकचंपू/प्रस्तावना 20/पं. सुंदर लाल) ।