शैलंध्री
From जैनकोष
पर्वतवासियों का वेष धारण करने वाली द्रौपदी । इसे कीचक ने प्राप्त करना चाहा था किन्तु इसके कहते ही भीम ने इसके वेश में कीचक को मुक्कों से मारकर गिरा दिया था । हरिवंशपुराण 46. 32-36
पर्वतवासियों का वेष धारण करने वाली द्रौपदी । इसे कीचक ने प्राप्त करना चाहा था किन्तु इसके कहते ही भीम ने इसके वेश में कीचक को मुक्कों से मारकर गिरा दिया था । हरिवंशपुराण 46. 32-36