पवि
From जैनकोष
राजा मृगारिदमन के पश्चात् हुआ लंका का एक राक्षसवंशी राजा । यह मायावी, पराक्रमी और विद्याबल से युक्त था । पद्मपुराण 5.387,394,399-400
राजा मृगारिदमन के पश्चात् हुआ लंका का एक राक्षसवंशी राजा । यह मायावी, पराक्रमी और विद्याबल से युक्त था । पद्मपुराण 5.387,394,399-400