राक्षसद्वीप
From जैनकोष
लवणसमुद्र में विद्यमान द्वीपों के मध्य स्थित एक द्वीप । राक्षस विद्याधरों की क्रीडास्थली होने से यह इस नाम से प्रसिद्ध था । यह सात सौ योजन लंबा और इतना ही चौड़ा था । इस द्वीप के मध्य में त्रिकूटाचल पर्वत और इस पर्वत के नीचे लंका नगरी है । पद्मपुराण 5.152-158