इंद्रनंदि: Difference between revisions
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(जैन साहित्य और इतिहास पृ.२७०/प्रेमीजी);(जै./१/३८३); ([[तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा]], पृष्ठ संख्या २/४१९; ३/१८०)= देशीयगणके आचार्य दीक्षा गुरु वासवनन्दिके शिष्य बप्पनन्दि। शिक्षागुरु अभयनन्दि। ज्येष्ठ गुरु भाईके नाते नेमिचन्द्र सि. चक्रवर्तीके शिक्षा गुरु। ( | (जैन साहित्य और इतिहास पृ.२७०/प्रेमीजी);<br>(जै./१/३८३); ([[तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा]], पृष्ठ संख्या २/४१९; ३/१८०)<br>= देशीयगणके आचार्य दीक्षा गुरु वासवनन्दिके शिष्य बप्पनन्दि। शिक्षागुरु अभयनन्दि। ज्येष्ठ गुरु भाईके नाते नेमिचन्द्र सि. चक्रवर्तीके शिक्षा गुरु। (<b>देखे </b>[[इतिहास]] /७/५) कृतियें - १. नीतिसार; २. समय भूषण; ३. इन्द्रनंदि संहिता; ४. मुनि प्रायश्चित (प्रा.); ५. प्रतिष्ठापाठ; ६. पूजा कल्प; ७. शान्तिचक्र पूजा; ८. अंकुरारोपण; ९. प्रतिभा संस्कारारोपण पूजा; १०. ज्वालामालिनी; ११. औषधि कल्प; १२. भूमिकल्प; १३. श्रुतावतार। समय-ज्वालामालिनी कल्पका रचनाकाल शक ८६१। तदनुसार ई.श.१० का मध्य।<br>[[Category:इ]] <br>[[Category:तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा]] <br> |
Revision as of 09:45, 13 February 2009
(जैन साहित्य और इतिहास पृ.२७०/प्रेमीजी);
(जै./१/३८३); (तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा, पृष्ठ संख्या २/४१९; ३/१८०)
= देशीयगणके आचार्य दीक्षा गुरु वासवनन्दिके शिष्य बप्पनन्दि। शिक्षागुरु अभयनन्दि। ज्येष्ठ गुरु भाईके नाते नेमिचन्द्र सि. चक्रवर्तीके शिक्षा गुरु। (देखे इतिहास /७/५) कृतियें - १. नीतिसार; २. समय भूषण; ३. इन्द्रनंदि संहिता; ४. मुनि प्रायश्चित (प्रा.); ५. प्रतिष्ठापाठ; ६. पूजा कल्प; ७. शान्तिचक्र पूजा; ८. अंकुरारोपण; ९. प्रतिभा संस्कारारोपण पूजा; १०. ज्वालामालिनी; ११. औषधि कल्प; १२. भूमिकल्प; १३. श्रुतावतार। समय-ज्वालामालिनी कल्पका रचनाकाल शक ८६१। तदनुसार ई.श.१० का मध्य।