जिनदत्त चरित्र
From जैनकोष
आ०गुणभद्र (ई.८७०-९१०) द्वारा रचित संस्कृत श्लोकबद्ध एक रचना। इसमें ९ सन्धि, व ८०० श्लोक हैं। पीछे दिल्ली निवासी पं०बखतावर सिंह ने इसका भाषा में पद्यानुवाद किया है। (दे.गुण भद्र)। (ती./३/१४)।
आ०गुणभद्र (ई.८७०-९१०) द्वारा रचित संस्कृत श्लोकबद्ध एक रचना। इसमें ९ सन्धि, व ८०० श्लोक हैं। पीछे दिल्ली निवासी पं०बखतावर सिंह ने इसका भाषा में पद्यानुवाद किया है। (दे.गुण भद्र)। (ती./३/१४)।