भीष्म: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
| == सिद्धांतकोष से == | ||
अपरनाम गांगेय–देखें [[ गांगेय ]]। | |||
<noinclude> | |||
[[ | [[ भीषण | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[Category:भ]] | [[ भुजंग | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | |||
[[Category: भ]] | |||
== पुराणकोष से == | |||
<p id="1"> (1) कौरववंशी राजा शान्तनु के वंश में हुए धृतराज के भाई रुक्मण तथा राज का गंगा का पुत्र । यह कुण्डिनपुर नगर का राजा था । कृष्ण और जरासन्ध के बीच हुए युद्ध में इसने जरासन्ध की ओर से युद्ध किया था । <span class="GRef"> महापुराण 71.76-77, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 42.33-34, 45.35, 60.39 </span></p> | |||
<p id="2">(2) राक्षसवंशी एक विद्याधर-नृप । इसने लंका का स्वामित्व प्राप्त किया था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 5.396-400 </span></p> | |||
<noinclude> | |||
[[ भीषण | पूर्व पृष्ठ ]] | |||
[[ भुजंग | अगला पृष्ठ ]] | |||
</noinclude> | |||
[[Category: पुराण-कोष]] | |||
[[Category: भ]] |
Revision as of 21:45, 5 July 2020
== सिद्धांतकोष से == अपरनाम गांगेय–देखें गांगेय ।
पुराणकोष से
(1) कौरववंशी राजा शान्तनु के वंश में हुए धृतराज के भाई रुक्मण तथा राज का गंगा का पुत्र । यह कुण्डिनपुर नगर का राजा था । कृष्ण और जरासन्ध के बीच हुए युद्ध में इसने जरासन्ध की ओर से युद्ध किया था । महापुराण 71.76-77, हरिवंशपुराण 42.33-34, 45.35, 60.39
(2) राक्षसवंशी एक विद्याधर-नृप । इसने लंका का स्वामित्व प्राप्त किया था । पद्मपुराण 5.396-400