मध्यमपद: Difference between revisions
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<p> पद का तीसरा भेद । यह सोलह सौ चौतीस करोड़ तेरासी लाख सात हजार आठ सौ अठासी अक्षर प्रमाण होता है । अगो तथा पूर्वों के पदों की संख्या इसी पद से परिगणित होती है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 10. 22-25 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> पद का तीसरा भेद । यह सोलह सौ चौतीस करोड़ तेरासी लाख सात हजार आठ सौ अठासी अक्षर प्रमाण होता है । अगो तथा पूर्वों के पदों की संख्या इसी पद से परिगणित होती है । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_10#22|हरिवंशपुराण - 10.22-25]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:20, 27 November 2023
पद का तीसरा भेद । यह सोलह सौ चौतीस करोड़ तेरासी लाख सात हजार आठ सौ अठासी अक्षर प्रमाण होता है । अगो तथा पूर्वों के पदों की संख्या इसी पद से परिगणित होती है । हरिवंशपुराण - 10.22-25