श्रावकाचार: Difference between revisions
From जैनकोष
mNo edit summary |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p><span class="HindiText">श्रावकों के आचार के प्ररूपक कई ग्रंथ श्रावकाचार नाम से प्रसिद्ध हैं यथा - </span></p> | <p><span class="HindiText">श्रावकों के आचार के प्ररूपक कई ग्रंथ श्रावकाचार नाम से प्रसिद्ध हैं यथा - </span></p> | ||
<ol class="HindiText"> | <ol class="HindiText"> | ||
<li>आ.समंतभद्र (ई.श.2) कृत रत्नकरंड | <li>आ.समंतभद्र (ई.श.2) कृत [[ श्रीरत्नकरंड श्रावकाचार - आचार्य प्रभाचन्द्र कृत टीका | रत्नकरंड श्रावकाचार ]] ।</li> | ||
<li>आ.योगेंद्रदेव (ई.श.6) कृत नवकार श्रावकाचार।</li> | <li>आ.योगेंद्रदेव (ई.श.6) कृत नवकार श्रावकाचार।</li> | ||
<li>आ.अमितगति (ई.983-1023) कृत श्रावकाचार।</li> | <li>आ.अमितगति (ई.983-1023) कृत श्रावकाचार।</li> |
Revision as of 15:46, 18 June 2023
श्रावकों के आचार के प्ररूपक कई ग्रंथ श्रावकाचार नाम से प्रसिद्ध हैं यथा -
- आ.समंतभद्र (ई.श.2) कृत रत्नकरंड श्रावकाचार ।
- आ.योगेंद्रदेव (ई.श.6) कृत नवकार श्रावकाचार।
- आ.अमितगति (ई.983-1023) कृत श्रावकाचार।
- आ.वसुनंदि (ई.1043-1053) कृत श्रावकाचार।
- आ.सकलकीर्ति (ई.1433-1442) कृत प्रश्नोत्तर श्रावकाचार।
- पं.आशाधर (ई.1173-1243) कृत सागार धर्मामृत।
- आ.पद्मनंदि नं.7 (ई.1305) कृत श्रावकाचार।