स्वर्णकूला
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
- हैरण्यवत् क्षेत्र की एक नदी-देखें लोक - 3.10;
- हैरण्यवत् क्षेत्रस्थ एक कुंड-देखें लोक - 3.10;
- स्वर्णकूला कुंड की स्वामिनी देवी-देखें लोक - 3.10।
पुराणकोष से
हैरण्यवत् क्षेत्र की एक नदी । यह चौदह महानदियों में ग्यारहवीं महानदी है । यह पुंडरीक सरोवर से निकला है । महापुराण 63.196, हरिवंशपुराण 5.135