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Showing below up to 250 results in range #1 to #250.
- भूधरदासजी (14:03, 19 January 2008)
- बुधजनजी (14:04, 19 January 2008)
- भागचन्दजी (14:05, 19 January 2008)
- पण्डित द्यानतरायजी कृत भजन (03:12, 21 January 2008)
- कवि सूची (12:10, 3 February 2008)
- कविवर श्री बुधजनजी कृत भजन (11:15, 4 February 2008)
- कविवर श्री भागचन्दजी कृत भजन (11:16, 4 February 2008)
- कविवर श्री सौभाग्यमलजी कृत भजन (11:17, 4 February 2008)
- कविवर श्री भूधरदासजी कृत भजन (12:33, 8 February 2008)
- सुन ज्ञानी प्राणी, श्री गुरु सीख सयानी (13:09, 9 February 2008)
- निपट गंवार बीरा! थारी बान बुरी परी रे, बरज्यो मानत नाहिं (13:19, 9 February 2008)
- सब विधि करन उतावला, सुमरनकौं सीरा (13:21, 9 February 2008)
- शिवमग दरसावन रावरो दरस (06:15, 10 February 2008)
- ध्यान कृपान पानि गहि नासी (06:17, 10 February 2008)
- कविवर श्री दौलतरामजी कृत भजन (06:23, 10 February 2008)
- भाखूँ हित तेरा, सुनि हो मन मेरा (06:27, 10 February 2008)
- चिन्मूरत दृग्धारी की मोहे (06:28, 10 February 2008)
- आप भ्रमविनाश आप (06:28, 10 February 2008)
- चेतन यह बुधि कौन सयानी (06:29, 10 February 2008)
- चेतन कौन अनीति गही रे (06:29, 10 February 2008)
- चेतन तैं यौं ही भ्रम ठान्यो (06:29, 10 February 2008)
- चिदरायगुन सुनो मुनो (06:30, 10 February 2008)
- चित चिंतकैं चिदेश कब (06:30, 10 February 2008)
- राचि रह्यो परमाहिं तू अपनो (06:30, 10 February 2008)
- मेरे कब ह्वै वा दिन की सुघरी (06:31, 10 February 2008)
- ज्ञानी ऐसी होली मचाई (06:31, 10 February 2008)
- मेरो मन ऐसी खेलत होरी (06:31, 10 February 2008)
- लखो जी या जिय भोरे की बातैं (06:34, 10 February 2008)
- हे हितवांछक प्रानी रे (06:37, 10 February 2008)
- मोहिड़ा रे जिय! (06:40, 10 February 2008)
- कारज एक ब्रह्महीसेती (11:46, 10 February 2008)
- घटमें परमातम ध्याइये हो, परम धरम धनहेत (11:46, 10 February 2008)
- शुद्ध स्वरूपको वंदना हमारी (04:21, 11 February 2008)
- मैं नूं भावैजी प्रभु चेतना, मैं नूं भावै जी (04:33, 11 February 2008)
- कौन काम अब मैंने कीनों, लीनों सुर अवतार हो (04:42, 11 February 2008)
- ये दिन आछे लहे जी लहे जी (04:58, 11 February 2008)
- कविवर श्री द्यानतरायजी कृत भजन (05:03, 11 February 2008)
- साधो! छांडो विषय विकारी । जातैं तोहि महा दुखकारी (05:06, 11 February 2008)
- वे साधौं जन गाई, कर करुना सुखदाई (05:07, 11 February 2008)
- द्यानतरायजी (05:16, 11 February 2008)
- Testpage (00:46, 13 February 2008)
- दौलतरामजी (01:04, 13 February 2008)
- निरखी निरखी मनहर मूरत (00:12, 14 February 2008)
- तोरी पल पल निरखें मूरतियाँ (00:14, 14 February 2008)
- तेरी शीतल-शीतल मूरत लख (00:15, 14 February 2008)
- स्वामी तेरा मुखड़ा है मन को लुभाना (00:16, 14 February 2008)
- तेरे दर्शन को मन दौड़ा (00:19, 14 February 2008)
- लहरायेगा-लहरायेगा झंडा महावीर का (00:20, 14 February 2008)
- काहे पाप करे काहे छल (00:23, 14 February 2008)
- ध्यान धर ले प्रभू को ध्यान धर ले (00:24, 14 February 2008)
- जो आज दिन है वो, कल ना रहेगा, कल ना रहेगा (00:25, 14 February 2008)
- संसार महा अघसागर में (00:25, 14 February 2008)
- कहा मानले ओ मेरे भैया (00:27, 14 February 2008)
- आज सी सुहानी सु घड़ी इतनी (00:27, 14 February 2008)
- धोली हो गई रे काली कामली माथा की थारी (00:28, 14 February 2008)
- नित उठ ध्याऊँ, गुण गाऊँ, परम दिगम्बर साधु (00:31, 14 February 2008)
- परम दिगम्बर यती, महागुण व्रती, करो निस्तारा (00:32, 14 February 2008)
- पल पल बीते उमरिया रूप जवानी जाती (00:33, 14 February 2008)
- धन्य धन्य आज घड़ी कैसी सुखकार है (00:35, 14 February 2008)
- तोड़ विषियों से मन जोड़ प्रभु से लगन (00:36, 14 February 2008)
- प्रभु दर्शन कर जीवन की, भीड़ भगी मेरे कर्मन की (00:37, 14 February 2008)
- भाया थारी बावली जवानी चाली रे (00:40, 14 February 2008)
- तेरी सुन्दर मूरत देख प्रभो (00:40, 14 February 2008)
- भावों में सरलता (00:41, 14 February 2008)
- मैं हूँ आतमराम (00:43, 14 February 2008)
- मन महल में दो दो भाव जगे (00:44, 14 February 2008)
- मत बिसरावो जिनजी (00:45, 14 February 2008)
- जहाँ रागद्वेष से रहित निराकुल (00:46, 14 February 2008)
- लिया प्रभू अवतार, जय जय कार जय जय कार (01:23, 14 February 2008)
- पर्वराज पर्यूषण आया दस धर्मो की ले माला (07:38, 14 February 2008)
- काव्य कोष (07:49, 14 February 2008)
- सन्त निरन्तर चिन्तत ऐसैं (11:09, 14 February 2008)
- सुमर सदा मन आतमराम (11:12, 14 February 2008)
- आतम अनुभव आवै जब निज (11:13, 14 February 2008)
- ऐसे विमल भाव जब पावै (11:15, 14 February 2008)
- आकुलरहित होय इमि निशदिन (11:16, 14 February 2008)
- सफल है धन्य धन्य वा घरी (11:17, 14 February 2008)
- प्रानी समकित ही शिवपंथा (11:18, 14 February 2008)
- जीवन के परिनामनिकी यह (11:18, 14 February 2008)
- परनति सब जीवनकी (11:29, 14 February 2008)
- तू स्वरूप जाने बिना दुखी (11:29, 14 February 2008)
- सत्ता रंगभूमिमें, नटत ब्रह्म नटराय (11:30, 14 February 2008)
- सांची तो गंगा यह वीतरागवानी (11:30, 14 February 2008)
- महिमा है अगम जिनागमकी (11:30, 14 February 2008)
- महिमा जिनमतकी (11:32, 14 February 2008)
- थांकी तो वानी में हो (11:32, 14 February 2008)
- मेघघटासम श्रीजिनवानी (11:33, 14 February 2008)
- म्हांकै घट जिनधुनि अब प्रगटी (11:35, 14 February 2008)
- अहो यह उपदेशमाहीं (11:37, 14 February 2008)
- धन्य धन्य है घड़ी आजकी (11:38, 14 February 2008)
- जानके सुज्ञानी जैनवानी की सरधा लाइये (11:38, 14 February 2008)
- श्रीगुरु हैं उपगारी ऐसे वीतराग गुनधारी वे (11:39, 14 February 2008)
- धन धन जैनी साधु अबाधित (11:39, 14 February 2008)
- शांति वरन मुनिराई वर लखि (11:39, 14 February 2008)
- श्रीमुनि राजत समता संग (11:40, 14 February 2008)
- ऐसे जैनी मुनिमहाराज (11:40, 14 February 2008)
- सम आराम विहारी (11:40, 14 February 2008)
- ऐसे साधु सुगुरु कब मिल हैं (11:40, 14 February 2008)
- गिरिवनवासी मुनिराज (11:40, 14 February 2008)
- जे दिन तुम विवेक बिन खोये (11:41, 14 February 2008)
- अरे हो अज्ञानी तूने कठिन मनुषभव पायो (11:41, 14 February 2008)
- तेरे ज्ञानावरन दा परदा (11:42, 14 February 2008)
- जीव! तू भ्रमत सदीव अकेला (11:42, 14 February 2008)
- चेतन निज भ्रमतैं भ्रमत रहै (11:43, 14 February 2008)
- सारौ दिन निरफल खोयबौ करै छै (11:43, 14 February 2008)
- निज कारज काहे न सारै रे (11:43, 14 February 2008)
- हरी तेरी मति नर कौनें हरी (11:43, 14 February 2008)
- आवै न भोगनमें तोहि गिलान (11:44, 14 February 2008)
- मान न कीजिये हो परवीन (11:44, 14 February 2008)
- प्रेम अब त्यागहु पुद्गल का (11:45, 14 February 2008)
- यह मोह उदय दुख पावै (11:45, 14 February 2008)
- करौ रे भाई, तत्त्वारथ सरधान (11:45, 14 February 2008)
- धनि ते प्रानि, जिनके तत्त्वारथ श्रद्धान (11:45, 14 February 2008)
- जिन स्वपरहिताहित चीन्हा (11:46, 14 February 2008)
- यही इक धर्ममूल है मीता! (11:46, 14 February 2008)
- बुधजन पक्षपात तज देखो (11:47, 14 February 2008)
- अरे हो जियरा धर्म में चित्त लगाय रे (11:47, 14 February 2008)
- भववनमें, नहीं भूलिये भाई! (11:47, 14 February 2008)
- अति संक्लेश विशुद्ध शुद्ध पुनि (11:48, 14 February 2008)
- जे सहज होरी के खिलारी (11:48, 14 February 2008)
- सहज अबाध समाध धाम तहाँ (11:49, 14 February 2008)
- सुन्दर दशलक्षन वृष (11:50, 14 February 2008)
- षोडशकारन सुहृदय (11:50, 14 February 2008)
- आतम अनुभव कीजै हो (09:06, 15 February 2008)
- आतम अनुभव सार हो, अब जिय सार हो, प्राणी (09:07, 15 February 2008)
- आतम काज सँवारिये, तजि विषय किलोलैं (09:07, 15 February 2008)
- आतम जान रे जान रे जान (09:08, 15 February 2008)
- आतम जाना, मैं जाना ज्ञानसरूप (09:09, 15 February 2008)
- आतम जानो रे भाई! (09:10, 15 February 2008)
- आतम महबूब यार, आतम महबूब (09:10, 15 February 2008)
- आपा प्रभु जाना मैं जाना (09:14, 15 February 2008)
- इस जीवको, यों समझाऊं री! (09:17, 15 February 2008)
- ए मेरे मीत! निचीत कहा सोवै (09:18, 15 February 2008)
- कर कर आतमहित रे प्रानी (09:18, 15 February 2008)
- कर रे! कर रे! कर रे!, तू आतम हित कर रे (09:19, 15 February 2008)
- कर मन! निज-आतम-चिंतौन (09:21, 15 February 2008)
- चेतनजी! तुम जोरत हो धन, सो धन चलत नहीं तुम लार (09:27, 15 February 2008)
- चेतन! तुम चेतो भाई, तीन जगत के नाथ (09:29, 15 February 2008)
- चेतन प्राणी चेतिये हो, (09:32, 15 February 2008)
- चेतन! मान ले बात हमारी (09:32, 15 February 2008)
- जगत में सम्यक उत्तम भाई (09:33, 15 February 2008)
- जानत क्यों नहिं रे, हे नर आतमज्ञानी (09:34, 15 February 2008)
- जो तैं आतमहित नहिं कीना (09:37, 15 February 2008)
- तुमको कैसे सुख ह्वै मीत! (09:38, 15 February 2008)
- तुम चेतन हो (10:24, 15 February 2008)
- देखे सुखी सम्यकवान (10:26, 15 February 2008)
- निरविकलप जोति प्रकाश रही (10:28, 15 February 2008)
- प्राणी! आतमरूप अनूप है, परतैं भिन्न त्रिकाल (10:30, 15 February 2008)
- प्राणी! सोऽहं सोऽहं ध्याय हो (10:32, 15 February 2008)
- बीतत ये दिन नीके, हमको (10:33, 15 February 2008)
- भजो आतमदेव, रे जिय! भजो आतमदेव, लहो (10:35, 15 February 2008)
- भवि कीजे हो आतमसँभार, राग दोष परिनाम डार (10:38, 15 February 2008)
- भाई! अब मैं ऐसा जाना (10:41, 15 February 2008)
- भाई कौन कहै घर मेरा (10:43, 15 February 2008)
- भाई! ब्रह्मज्ञान नहिं जाना रे (22:48, 15 February 2008)
- भाई! ज्ञान बिना दुख पाया रे (22:49, 15 February 2008)
- भाई! ज्ञानी सोई कहिये (22:49, 15 February 2008)
- भैया! सो आतम जानो रे! (22:50, 15 February 2008)
- मगन रहु रे! शुद्धातममें मगन रहु रे (22:51, 15 February 2008)
- मन! मेरे राग भाव निवार (22:51, 15 February 2008)
- मैं निज आतम कब ध्याऊंगा (22:52, 15 February 2008)
- रे भाई! मोह महा दुखदाता (22:53, 15 February 2008)
- लाग रह्यो मन चेतनसों जी (22:53, 15 February 2008)
- लागा आतमसों नेहरा (22:54, 15 February 2008)
- लागा आतमरामसों नेहरा (22:54, 15 February 2008)
- वे परमादी! तैं आतमराम न जान्यो (22:55, 15 February 2008)
- सब जगको प्यारा, चेतनरूप निहारा (22:55, 15 February 2008)
- सुन चेतन इक बात (22:56, 15 February 2008)
- सुनो! जैनी लोगो, ज्ञानको पंथ कठिन है (22:57, 15 February 2008)
- सो ज्ञाता मेरे मन माना, जिन निज-निज पर पर जाना (22:57, 15 February 2008)
- श्रीजिनधर्म सदा जयवन्त (22:58, 15 February 2008)
- हम लागे आतमरामसों (22:59, 15 February 2008)
- हम तो कबहुँ न निज घर आये (22:59, 15 February 2008)
- हो भैया मोरे! कहु कैसे सुख होय (23:00, 15 February 2008)
- वे कोई निपट अनारी, देख्या आतमराम (23:00, 15 February 2008)
- ज्ञाता सोई सच्चा वे, जिन आतम अच्चा (23:01, 15 February 2008)
- ज्ञान सरोवर सोई हो भविजन (23:02, 15 February 2008)
- ज्ञान ज्ञेयमाहिं नाहिं, ज्ञेय हू न ज्ञानमाहिं (23:03, 15 February 2008)
- ज्ञानी ऐसो ज्ञान विचारै (23:03, 15 February 2008)
- ज्ञानी ऐसो ज्ञान विचारै 2 (23:04, 15 February 2008)
- अरहंत सुमर मन बावरे (23:04, 15 February 2008)
- चौबीसौं को वंदना हमारी (23:06, 15 February 2008)
- जिन नाम सुमर मन! बावरे! कहा इत उत भटकै (00:30, 16 February 2008)
- जिनरायके पाय सदा शरनं (00:31, 16 February 2008)
- जिनवरमूरत तेरी, शोभा कहिय न जाय (00:40, 16 February 2008)
- तू ही मेरा साहिब सच्चा सांई (00:40, 16 February 2008)
- तेरी भगति बिना धिक है जीवना (00:41, 16 February 2008)
- मानुष जनम सफल भयो आज (00:42, 16 February 2008)
- प्रभु! तुम नैनन-गोचर नाहीं (00:45, 16 February 2008)
- प्रभु तुम सुमरन ही में तारे (00:46, 16 February 2008)
- प्रभु तेरी महिमा किहि मुख गावैं (00:47, 16 February 2008)
- हम आये हैं जिनभूप! तेरे दरसन को (00:49, 16 February 2008)
- अब समझ कही (00:50, 16 February 2008)
- आरसी देखत मन आर-सी लागी (00:50, 16 February 2008)
- काहेको सोचत अति भारी, रे मन! (00:51, 16 February 2008)
- गलतानमता कब आवैगा (00:52, 16 February 2008)
- चाहत है सुख पै न गाहत है धर्म जीव (00:53, 16 February 2008)
- जीव! तैं मूढ़पना कित पायो (00:53, 16 February 2008)
- झूठा सपना यह संसार (00:53, 16 February 2008)
- त्यागो त्यागो मिथ्यातम, दूजो नहीं जाकी सम (00:54, 16 February 2008)
- तू तो समझ समझ रे! (00:55, 16 February 2008)
- तेरो संजम बिन रे, नरभव निरफल जाय (00:55, 16 February 2008)
- दियैं दान महा सुख पावै (00:56, 16 February 2008)
- दुरगति गमन निवारिये, घर आव सयाने नाह हो (00:57, 16 February 2008)
- धिक! धिक! जीवन समकित बिना (00:57, 16 February 2008)
- नहिं ऐसो जनम बारंबार (00:58, 16 February 2008)
- निज जतन करो गुन-रतननिको, पंचेन्द्रीविषय (00:59, 16 February 2008)
- परमाथ पंथ सदा पकरौ (00:59, 16 February 2008)
- प्राणी लाल! छांडो मन चपलाई (01:00, 16 February 2008)
- प्राणी लाल! धरम अगाऊ धारौ (01:00, 16 February 2008)
- भाई! कहा देख गरवाना रे (01:01, 16 February 2008)
- भाई काया तेरी दुखकी ढेरी (01:01, 16 February 2008)
- भाई! ज्ञानका राह दुहेला रे 1 (01:02, 16 February 2008)
- भाई! ज्ञानका राह सुहेला रे 2 (01:02, 16 February 2008)
- मानों मानों जी चेतन यह (01:03, 16 February 2008)
- मेरी मेरी करत जनम सब बीता (01:04, 16 February 2008)
- मेरे मन कब ह्वै है बैराग (01:04, 16 February 2008)
- मोहि कब ऐसा दिन आय है (01:05, 16 February 2008)
- आरति कीजै श्रीमुनिराजकी, अधमउधारन आतमकाजकी (01:05, 16 February 2008)
- मंगल आरती आतमराम । तनमंदिर मन उत्तम ठान (01:06, 16 February 2008)
- आरति श्रीजिनराज तिहारी, करमदलन संतन हितकारी (01:07, 16 February 2008)
- सुरनरसुखदाई, गिरनारि चलौ भाई (01:08, 16 February 2008)
- कहे सीताजी सुनो रामचन्द्र (01:09, 16 February 2008)
- री! मेरे घट ज्ञान घनागम छायो (01:09, 16 February 2008)
- भली भई यह होरी आई, आये चेतनराय (01:10, 16 February 2008)
- पिया बिन कैसे खेलौं होरी (01:11, 16 February 2008)
- नगर में होरी हो रही हो (01:11, 16 February 2008)
- चेतन खेलै होरी (01:12, 16 February 2008)
- खेलौंगी होरी, आये चेतनराय (01:12, 16 February 2008)
- कर्मनिको पेलै, ज्ञान दशामें खेलै (01:13, 16 February 2008)
- रे जिय! जनम लाहो लेह (01:14, 16 February 2008)
- जिनवानी प्रानी! जान लै रे (01:15, 16 February 2008)
- वे प्राणी! सुज्ञानी, जिन जानी जिनवानी (01:16, 16 February 2008)
- गहु सन्तोष सदा मन रे! जा सम और नहीं धन रे (01:16, 16 February 2008)
- जियको लोभ महा दुखदाई, जाकी शोभा (?) (01:17, 16 February 2008)
- सबसों छिमा छिमा कर जीव! (01:17, 16 February 2008)
- रे जिय! क्रोध काहे करै (01:18, 16 February 2008)
- मैं न जान्यो री! जीव ऐसी करैगो (01:18, 16 February 2008)
- सोहां दीव (शोभा देवें) साधु तेरी बातड़ियां (01:19, 16 February 2008)
- भाई धनि मुनि ध्यान-लगायके खरे हैं (01:21, 16 February 2008)
- हमारे ये दिन यों ही गये जी (01:22, 16 February 2008)
- हमारो कारज ऐसे होय 2 (01:23, 16 February 2008)
- हमारो कारज कैसें होय 1 (01:23, 16 February 2008)
- हम न किसीके कोई न हमारा, झूठा है जगका ब्योहारा (01:47, 16 February 2008)
- सोग न कीजे बावरे! मरें पीतम लोग (01:48, 16 February 2008)
- संसारमें साता नाहीं वे (01:48, 16 February 2008)
- विपतिमें धर धीर, रे नर! विपतिमें धर धीर (01:50, 16 February 2008)
- आतमरूप अनूपम है, घटमाहिं विराजै हो (01:51, 16 February 2008)
- आतमरूप सुहावना, कोई जानै रे भाई । (01:52, 16 February 2008)
- आतमज्ञान लखैं सुख होइ (01:53, 16 February 2008)