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- <tr><td>[[ग्रन्थ:बोधपाहुड़ गाथा 20]]</td> ...5 KB (163 words) - 13:34, 29 August 2023
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- <li class="HindiText">[[ #8 |20 प्ररूपणाओं का 14 मार्गणाओं मे <li class="HindiText" name="8" id="8"><strong> 20 प्ररूपणाओं का 14 मार्गणाओं मे ...29 KB (1,102 words) - 21:57, 14 February 2024
- ...प्रकार की स्त्रियाँ होती हैं। <span class="GRef">( बोधपाहुड़/ टीका/118/267/20)</span></span></p> ...47 KB (573 words) - 21:33, 20 December 2023
- ...र 4; रुचकगिरि पर 4; पाँचों मेरु पर 80; तीस कुलाचलों पर 30; बीस गजदंतों पर 20; अस्सी वक्षारों पर 80; चार इष्व ...79 KB (1,652 words) - 14:41, 27 November 2023
- ...31 KB (665 words) - 15:15, 27 November 2023
- ...के विषयों के अनुभव करने को सुख कहते हैं <span class="GRef"> (राजवार्तिक/4/20/3/235/15) </span><br/> ...86 KB (1,640 words) - 22:36, 17 November 2023
- ...61 KB (917 words) - 22:15, 17 November 2023
- <span class="GRef">प्रवचनसार / तात्पर्यवृत्ति टीका / गाथा 115/162/20</span> <p class="SanskritText">अत्र तु स्यात्पद <span class="GRef">श्लोकवार्तिक पुस्तक 2/1,6,53/444/20</span> <p class="SanskritText">ज्ञानं हि स्याद् ...110 KB (1,955 words) - 22:16, 17 November 2023
- ...र्याप्तापर्याप्त में गुणस्थान, जीवसमास, मार्गणा स्थान के स्वामित्व संबंधी 20 प्ररूपणाएँ। - देखें [[ सत् ]]। <br ...76 KB (1,181 words) - 15:12, 27 November 2023
- ...> दर्शन मार्गणा विषयक गुणस्थान, जीवसमास, मार्गणास्थान आदि के स्वामित्व की 20 प्ररूपणा।–देखें [[ सत् ]]। </li> ...ाण भी नहीं रहता, क्योंकि प्रमाण तो प्रमेयमूलक ही होता है। ( कषायपाहुड़/1/1-20/322/353/1; 324/356/1 )</span></li> ...198 KB (2,128 words) - 22:24, 14 February 2024
- <span class="GRef">प्रवचनसार / तात्पर्यवृत्ति/20/29/12</span> <span class="SanskritText"> केवलिनो कवला ...229 KB (5,145 words) - 14:41, 27 November 2023
- ...357 KB (33,626 words) - 20:09, 15 February 2024
- ...श्रितं वा नाश्रितं त्रसैः। मन शुद्धिप्रसिद्ध्यर्थं श्रावकः क्वापि नाहरेत् ॥20॥ अविद्धमपि निर्दोषं योग्यं ...155 KB (2,777 words) - 11:14, 3 February 2024
- ..."HindiText"> नरकगति में गति, इंद्रिय आदि 14 मार्गणाओं के स्वामित्व संबंधी 20 प्ररूपणाएँ। –देखें [[ सत् ]]।<br ...207 KB (11,123 words) - 15:11, 27 November 2023
- ...123 KB (2,051 words) - 09:40, 16 January 2024
- <li> सम्यक्त्व के स्वामित्व में मार्गणा गुणस्थान आदि 20 प्ररूपणाएँ। - देखें [[ सत् ]]।</li> <li> तीनों के स्वामित्व में मार्गणास्थान व गुणस्थान आदि रूप 20 प्ररूपणाएँ। - देखें [[ सत् ]]।</li> ...458 KB (8,107 words) - 21:57, 14 February 2024
- <li class="HindiText"><strong name="1.20" id="1.20"> क्षायिक चारित्र का लक्षण</stron ...निज स्वरूप सो ज्ञानकरि पाइये है तातै ऐसे लक्षकूं जाननेकूं ज्ञानकूं जानना।20।</span><br /> ...233 KB (4,417 words) - 21:21, 17 February 2024