पवाइज्जमाण: Difference between revisions
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Latest revision as of 13:09, 17 October 2022
जो उपदेश आचार्य सम्मत होता है और चिरकाल से अविचिछन्न संप्रदाय के क्रम से चला आता हुआ शिष्य परंपरा के द्वारा लाया जाता है वह पवाइज्जमाण कहा जाता है।