समकित चौबीसी व्रत: Difference between revisions
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Revision as of 16:15, 25 April 2016
एक वर्ष पर्यन्त प्रत्येक चतुर्दशी को उपवास करे। तथा 'ओं ह्रीं वृषभादि चतुर्विंशतिजिनाय नम:' इस मन्त्र का त्रिकाल जाप। कुल ४८ उपवास करे।