संघाट: Difference between revisions
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Revision as of 15:15, 13 May 2020
वंशा-दूसरी नरकभूमि के छठे प्रस्तार का इन्द्रक बिल । इसकी चारों दिशाओं में एक सौ चौबीस और विदिशाओं में एक सौ बीस कुल दो सौ चवालीस श्रेणिबद्ध बिल है । हरिवंशपुराण 4.78,110