सयोगकेवली: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> चौदह गुणस्थानों में | <p> चौदह गुणस्थानों में तेरहवाँ गुणस्थान । इस गुणस्थान के प्राप्त जीव सशरीर परमात्मा होता है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 3.83 </span></p> | ||
Revision as of 14:29, 20 July 2020
चौदह गुणस्थानों में तेरहवाँ गुणस्थान । इस गुणस्थान के प्राप्त जीव सशरीर परमात्मा होता है । हरिवंशपुराण 3.83