सूक्ष्मसांपराय: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
m (Vikasnd moved page सूक्ष्मसाम्पराय to सूक्ष्मसांपराय: RemoveFifthCharsTitles) |
(No difference)
|
Revision as of 15:20, 19 August 2020
(1) दसवाँ गुणस्थान । इसमें बादर लोभ कषाय भी नहीं होता । राग अतिसूक्ष्म रह जाता है । महापुराण 11.90, 20. 250-260 हरिवंशपुराण 3.82 वीरवर्द्धमान चरित्र 13.121-122
(2) चारित्र का एक भेद इसमें कषाय अत्यन्त सूक्ष्म होता है । हरिवंशपुराण 64. 18