तारे: Difference between revisions
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Latest revision as of 15:10, 27 November 2023
- तारों के नाम उपलब्ध नहीं हैं तिलोयपण्णत्ति/7/32 संपहि कालवसेणं ताराणामाणं णत्थि उवदेसो...।32। =इस समय काल के वश से ताराओं के नामों का उपदेश नहीं है।
- ताराओं की संख्या, भेद व उनका लोक में अवस्थान–देखें ज्योतिषदेव - 2।