अतिभूति: Difference between revisions
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Revision as of 21:37, 5 July 2020
दारुग्राम के निवासी विमूचि ब्राह्मण तथा उसकी भावी अनुकोशा का पुत्र । यह हिंसा का समर्थक तथा मुनिद्वेषी था । इसलिए दुर्ध्यान से मरकर दुर्गति को प्राप्त हुआ था । यही आगामी भव में सीता का भाई भामण्डल हुआ । महापुराण 30.116-135