पारिग्राहिकी-क्रिया: Difference between revisions
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<p> साम्परायिक आस्रव की पच्चीस क्रियाओं में एक क्रिया । यह परिग्रह में प्रवृत्ति कराने वाली होती है । हरिवंशपुराण 58. 60, 80</p> | <p> साम्परायिक आस्रव की पच्चीस क्रियाओं में एक क्रिया । यह परिग्रह में प्रवृत्ति कराने वाली होती है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 58. 60, 80 </span></p> | ||
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Revision as of 21:43, 5 July 2020
साम्परायिक आस्रव की पच्चीस क्रियाओं में एक क्रिया । यह परिग्रह में प्रवृत्ति कराने वाली होती है । हरिवंशपुराण 58. 60, 80