चांद्रीचर्या: Difference between revisions
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Revision as of 16:22, 19 August 2020
मुनि की आहारचर्या जैसे चंद्रमा धनी और निर्धन सबके यहाँ चाँदनी फैलाता है वैसे ही मुनि भी आहार के लिए निर्धन-धनिक सभी के घर जाता है । वृषभदेव इसी चर्या से आहार लेते थे । महापुराण 20.67-68, हरिवंशपुराण 9.144, 173