चमरेंद्र: Difference between revisions
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<p class="HindiText">(प.पु./सर्ग/श्लोक नं) शत्रुघ्न द्वारा राजा मधु के मारे जाने पर अपने शूलरत्न को विफल हुआ देख। (९०/३) इसने क्रोधवश मथुरा में महामारी रोग फैलाया था। (९०/२२)। जो पीछे सप्त ऋषियों के आगमन के प्रभाव से नष्ट हुआ। (९२/९)।</p> | |||
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Revision as of 23:15, 24 December 2013
(प.पु./सर्ग/श्लोक नं) शत्रुघ्न द्वारा राजा मधु के मारे जाने पर अपने शूलरत्न को विफल हुआ देख। (९०/३) इसने क्रोधवश मथुरा में महामारी रोग फैलाया था। (९०/२२)। जो पीछे सप्त ऋषियों के आगमन के प्रभाव से नष्ट हुआ। (९२/९)।