विमलप्रभ: Difference between revisions
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<p id="3">(3) निर्ग्रंथ मुनि । ये राजा कनकशांति के दीक्षागुरू थे । <span class="GRef"> महापुराण 63. 120-123, 72. 40 </span>देखें [[ कनकशांति ]]</p> | <p id="3">(3) निर्ग्रंथ मुनि । ये राजा कनकशांति के दीक्षागुरू थे । <span class="GRef"> महापुराण 63. 120-123, 72. 40 </span>देखें [[ कनकशांति ]]</p> | ||
<p id="4">(4) क्षीरवरसमुद्र का रक्षक एक देव । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.642 </span></p> | <p id="4">(4) क्षीरवरसमुद्र का रक्षक एक देव । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.642 </span></p> | ||
<p id="5">(5) लक्ष्मण और उनकी महादेवी जितपद्मा का पुत्र । <span class="GRef"> पद्मपुराण 94.22-33 </span></p> | <p id="5">(5) लक्ष्मण और उनकी महादेवी जितपद्मा का पुत्र । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_94#22|पद्मपुराण - 94.22-33]] </span></p> | ||
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Revision as of 22:35, 17 November 2023
सिद्धांतकोष से
- भूतकालीन चौथे तीर्थंकर।–देखें तीर्थंकर - 5।
- दक्षिण क्षीरवर समुद्र का रक्षक व्यंतर।–देखें व्यंतर - 4.7।
पुराणकोष से
(1) अनिंदिता रानी का जीव इस नाम के विमान का एक देव । महापुराण 62.376
(2) एक विमान । सत्यभामा का जीव इसी विमान में शुक्लप्रभा नाम की देवी हुई थी । महापुराण 62.376
(3) निर्ग्रंथ मुनि । ये राजा कनकशांति के दीक्षागुरू थे । महापुराण 63. 120-123, 72. 40 देखें कनकशांति
(4) क्षीरवरसमुद्र का रक्षक एक देव । हरिवंशपुराण 5.642
(5) लक्ष्मण और उनकी महादेवी जितपद्मा का पुत्र । पद्मपुराण - 94.22-33