सुवर्णपर्वत: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> अनंतबल मुनिराज की तपोभूमि । रावण ने इन्हीं मुनि से इसी पर्वत पर ये व्रत लिया था कि जो स्त्री इसे नहीं चाहेगी उसे यह स्वीकार नहीं करेगा । <span class="GRef"> पद्मपुराण 14.10, | <div class="HindiText"> <p> अनंतबल मुनिराज की तपोभूमि । रावण ने इन्हीं मुनि से इसी पर्वत पर ये व्रत लिया था कि जो स्त्री इसे नहीं चाहेगी उसे यह स्वीकार नहीं करेगा । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_14#10|पद्मपुराण - 14.10]],[[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_14#37|पद्मपुराण - 14.37]]0-371 </span></p> | ||
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Revision as of 22:36, 17 November 2023
अनंतबल मुनिराज की तपोभूमि । रावण ने इन्हीं मुनि से इसी पर्वत पर ये व्रत लिया था कि जो स्त्री इसे नहीं चाहेगी उसे यह स्वीकार नहीं करेगा । पद्मपुराण - 14.10,पद्मपुराण - 14.370-371