दंडकारंय: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> कर्णरवा नदी का तटवर्ती एक वन । इसके पूर्व यहाँ दंडक नाम का देश तथा दंडक नाम का ही राजा था । इसी राजा के कृत्य से देश वन में परिवर्तित हुआ तथा राजा के नाम के कारण वह इस नाम से संबोधित किया गया । <span class="GRef"> महापुराण 75.554, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_40#40|पद्मपुराण - 40.40-41]], 44-45, 92-97, </span>दे दंडक</p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> कर्णरवा नदी का तटवर्ती एक वन । इसके पूर्व यहाँ दंडक नाम का देश तथा दंडक नाम का ही राजा था । इसी राजा के कृत्य से देश वन में परिवर्तित हुआ तथा राजा के नाम के कारण वह इस नाम से संबोधित किया गया । <span class="GRef"> महापुराण 75.554, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_40#40|पद्मपुराण - 40.40-41]], 44-45, 92-97, </span>दे दंडक</p> | ||
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Latest revision as of 15:11, 27 November 2023
कर्णरवा नदी का तटवर्ती एक वन । इसके पूर्व यहाँ दंडक नाम का देश तथा दंडक नाम का ही राजा था । इसी राजा के कृत्य से देश वन में परिवर्तित हुआ तथा राजा के नाम के कारण वह इस नाम से संबोधित किया गया । महापुराण 75.554, पद्मपुराण - 40.40-41, 44-45, 92-97, दे दंडक