दंडभूतसहस्रक: Difference between revisions
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Revision as of 21:41, 5 July 2020
दिति और अदिति द्वारा नमि और विनमि विद्याधरों को प्रदत्त सोलह निकायों की विद्याओं में एक विद्या । हरिवंशपुराण 22.65