वधनोचन: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> एक विद्या । रथनूपुर के स्वामी अमिततेज ने चमरचंच-नगर के राजा अशनिघोष को मारने के लिए पोदनपुर के राजा श्रीविजय को यह विद्या भेंट में दी थी । महापुराण 62.242-246, 268-271 </p> | <p> एक विद्या । रथनूपुर के स्वामी अमिततेज ने चमरचंच-नगर के राजा अशनिघोष को मारने के लिए पोदनपुर के राजा श्रीविजय को यह विद्या भेंट में दी थी । <span class="GRef"> महापुराण 62.242-246, 268-271 </span></p> | ||
<noinclude> | <noinclude> | ||
[[ | [[ वधकारिणी | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ | [[ वधपरीषह | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: व]] | [[Category: व]] |
Revision as of 21:46, 5 July 2020
एक विद्या । रथनूपुर के स्वामी अमिततेज ने चमरचंच-नगर के राजा अशनिघोष को मारने के लिए पोदनपुर के राजा श्रीविजय को यह विद्या भेंट में दी थी । महापुराण 62.242-246, 268-271