अश्विनी व्रत: Difference between revisions
From जैनकोष
(New page: वसु. श्रा. ३६६-३६७/भावार्थ - कुल समय = १ वर्ष; उपवास = २८. विधि = अश्विनी नक्षत...) |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
वसु. श्रा. ३६६-३६७/भावार्थ - कुल समय = १ वर्ष; उपवास = २८. विधि = अश्विनी नक्षत्रमें व्रतविधिको प्रारम्भ करके आगे २७ नक्षत्रोंमें प्रत्येक अश्विनी नक्षत्रपर एक उपवास करे।<br>[[Category:अ]] | वसु. श्रा. ३६६-३६७/भावार्थ - कुल समय = १ वर्ष; उपवास = २८. विधि = अश्विनी नक्षत्रमें व्रतविधिको प्रारम्भ करके आगे २७ नक्षत्रोंमें प्रत्येक अश्विनी नक्षत्रपर एक उपवास करे।<br> | ||
[[Category:अ]] |
Revision as of 04:01, 8 May 2009
वसु. श्रा. ३६६-३६७/भावार्थ - कुल समय = १ वर्ष; उपवास = २८. विधि = अश्विनी नक्षत्रमें व्रतविधिको प्रारम्भ करके आगे २७ नक्षत्रोंमें प्रत्येक अश्विनी नक्षत्रपर एक उपवास करे।