अमोघदर्शन: Difference between revisions
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<p> चंदनवन नगर का राजा । इसकी रानी चारुमति और चारुचंद्र पुत्र था । कौशिक ऋषि के आक्रोश से भयभीत होकर यह सपत्नीक तापस हो गया था । तापस वेष मे ही ऋषभदत्ता नान की इसे एक पुत्री हुई थी । यह पुत्री प्रसूति के बाद मरकर केवलप्रभबल्लभा नाम की नागकुमारी हुई । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 29.24-50 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> चंदनवन नगर का राजा । इसकी रानी चारुमति और चारुचंद्र पुत्र था । कौशिक ऋषि के आक्रोश से भयभीत होकर यह सपत्नीक तापस हो गया था । तापस वेष मे ही ऋषभदत्ता नान की इसे एक पुत्री हुई थी । यह पुत्री प्रसूति के बाद मरकर केवलप्रभबल्लभा नाम की नागकुमारी हुई । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 29.24-50 </span></p> | ||
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Revision as of 16:51, 14 November 2020
चंदनवन नगर का राजा । इसकी रानी चारुमति और चारुचंद्र पुत्र था । कौशिक ऋषि के आक्रोश से भयभीत होकर यह सपत्नीक तापस हो गया था । तापस वेष मे ही ऋषभदत्ता नान की इसे एक पुत्री हुई थी । यह पुत्री प्रसूति के बाद मरकर केवलप्रभबल्लभा नाम की नागकुमारी हुई । हरिवंशपुराण 29.24-50