जठरकौशिक: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> गंगा और गंधावती नदियों के संगम-स्थल वाले वृक्षों के मध्य में स्थित तापस-वसति । तापस वसिष्ठ यहाँ पंचाग्नि-तप तपा करते थे । <span class="GRef"> महापुराण 70.322-323 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> गंगा और गंधावती नदियों के संगम-स्थल वाले वृक्षों के मध्य में स्थित तापस-वसति । तापस वसिष्ठ यहाँ पंचाग्नि-तप तपा करते थे । <span class="GRef"> महापुराण 70.322-323 </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> |
Revision as of 16:53, 14 November 2020
गंगा और गंधावती नदियों के संगम-स्थल वाले वृक्षों के मध्य में स्थित तापस-वसति । तापस वसिष्ठ यहाँ पंचाग्नि-तप तपा करते थे । महापुराण 70.322-323