प्रवाल: Difference between revisions
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मानुषोत्तर पर्वतस्थ एक कूट - देखें [[ लोक#5.10 | लोक - 5.10 ]]। | मानुषोत्तर पर्वतस्थ एक कूट - देखें [[ लोक#5.10 | लोक - 5.10 ]]। | ||
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<p id="1">(1) मानुषोत्तर पर्वत में स्थित एक कूट । यह सुप्रवृद्ध देव की निवासभूमि था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.606 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1">(1) मानुषोत्तर पर्वत में स्थित एक कूट । यह सुप्रवृद्ध देव की निवासभूमि था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.606 </span></p> | ||
<p id="2">(2) रत्नप्रभा नरकभूमि के तीन भागों में खरभाग के सोलह पटलों में सातवां पटल । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 4.47,52-54 </span></p> | <p id="2">(2) रत्नप्रभा नरकभूमि के तीन भागों में खरभाग के सोलह पटलों में सातवां पटल । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 4.47,52-54 </span></p> | ||
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Revision as of 16:55, 14 November 2020
सिद्धांतकोष से
मानुषोत्तर पर्वतस्थ एक कूट - देखें लोक - 5.10 ।
पुराणकोष से
(1) मानुषोत्तर पर्वत में स्थित एक कूट । यह सुप्रवृद्ध देव की निवासभूमि था । हरिवंशपुराण 5.606
(2) रत्नप्रभा नरकभूमि के तीन भागों में खरभाग के सोलह पटलों में सातवां पटल । हरिवंशपुराण 4.47,52-54