बंधुयशा: Difference between revisions
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<p> कृष्ण की पटरानी जांबवती के तीसरे पूर्वभव का जीव । यह उस भव में जंबूद्वीप के पूर्व विदेहक्षेत्र में पुष्कलावती देश के विजयपुर नगर के मधुषेण/बंधुषेण वैश्य और उसकी स्त्री बंधुमती की पुत्री थी । <span class="GRef"> महापुराण 71.359-369, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 60.48-49 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> कृष्ण की पटरानी जांबवती के तीसरे पूर्वभव का जीव । यह उस भव में जंबूद्वीप के पूर्व विदेहक्षेत्र में पुष्कलावती देश के विजयपुर नगर के मधुषेण/बंधुषेण वैश्य और उसकी स्त्री बंधुमती की पुत्री थी । <span class="GRef"> महापुराण 71.359-369, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 60.48-49 </span></p> | ||
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Revision as of 16:55, 14 November 2020
कृष्ण की पटरानी जांबवती के तीसरे पूर्वभव का जीव । यह उस भव में जंबूद्वीप के पूर्व विदेहक्षेत्र में पुष्कलावती देश के विजयपुर नगर के मधुषेण/बंधुषेण वैश्य और उसकी स्त्री बंधुमती की पुत्री थी । महापुराण 71.359-369, हरिवंशपुराण 60.48-49