User contributions for Vikasnd
24 November 2008
- 04:0904:09, 24 November 2008 diff hist +2,485 N दर्शनपाहुड गाथा 24 New page: अब कहते हैं कि जो यथाजातरूप को देखकर मत्सरभाव से वन्दना नहीं करते हैं, व...
- 04:0904:09, 24 November 2008 diff hist +2,026 N दर्शनपाहुड गाथा 23 New page: अब कहते हैं कि जो ऐसे दर्शन-ज्ञान-चारित्र में स्थित हैं, वे वंदन करने योग...
- 04:0804:08, 24 November 2008 diff hist +3,124 N दर्शनपाहुड गाथा 22 New page: अब कहते हैं कि जो श्रद्धान करता है, उसी के सम्यक्त्व होता है -<br> *जं सक्कइ त...
- 04:0704:07, 24 November 2008 diff hist +2,257 N दर्शनपाहुड गाथा 21 New page: अब कहते हैं कि यह सम्यग्दर्शन ही सब गुणों में सार है, उसे धारण करो -<br> एवं ज...
- 04:0604:06, 24 November 2008 diff hist +2,017 N दर्शनपाहुड गाथा 20 New page: अब व्यवहार निश्चय के भेद से सम्यक्त्व को दो प्रकार का कहते हैं -<br> जीवादी...
- 04:0604:06, 24 November 2008 diff hist +4,776 N दर्शनपाहुड गाथा 19 New page: आगे कहते हैं कि ऐसा बाह्यलिंग हो उसके अन्तरंग श्रद्धान भी ऐसा होता है और...
- 04:0504:05, 24 November 2008 diff hist +2,747 N दर्शनपाहुड गाथा 18 New page: आगे, जिनवचन में दर्शन का लिंग अर्थात् भेष कितने प्रकार का कहा है, सो कहते ...
- 04:0404:04, 24 November 2008 diff hist +2,944 N दर्शनपाहुड गाथा 17 New page: आगे कहते हैं कि ऐसा सम्यक्त्व जिनवचन से प्राप्त होता है, इसलिए वे ही सर्...
- 04:0304:03, 24 November 2008 diff hist +2,626 N दर्शनपाहुड गाथा 16 New page: आगे, कल्याण-अकल्याण को जानने से क्या होता है, सो कहते हैं -<br> सेयासेयविदण्...
- 04:0304:03, 24 November 2008 diff hist +2,545 N दर्शनपाहुड गाथा 15 New page: आगे कहते हैं कि इस सम्यग्दर्शन से ही कल्याण-अकल्याण का निश्चय होता है -<br> ...
- 04:0204:02, 24 November 2008 diff hist +3,308 N दर्शनपाहुड गाथा 14 New page: दुविंह पि गंथचायं तीसु वि जोएसु संजमो ठादि । णाणम्मि करणसुद्धे उब्भसणे...
- 04:0104:01, 24 November 2008 diff hist +4,518 N दर्शनपाहुड गाथा 13 New page: आगे कहते हैं कि जो दर्शन से भ्रष्ट हैं, उनके लज्जादिक से भी पैरों पड़ते ह...
- 04:0004:00, 24 November 2008 diff hist +4,141 N दर्शनपाहुड गाथा 12 New page: आगे कहते हैं कि जो यथार्थ दर्शन से भ्रष्ट हैं और दर्शन के धारकों से अपनी ...
- 04:0004:00, 24 November 2008 diff hist +5,099 N दर्शनपाहुड गाथा 11 New page: अब कहते हैं कि जिनदर्शन ही मूल मोक्षमार्ग है -<br> जह मूलाओ खंधो साहापरिवा...
- 03:5903:59, 24 November 2008 diff hist +2,433 N दर्शनपाहुड गाथा 10 New page: अब कहते हैं कि जो दर्शन भ्रष्ट है, वह मूलभ्रष्ट है, उसको फल की प्राप्ति नह...
- 03:5803:58, 24 November 2008 diff hist +3,076 N दर्शनपाहुड गाथा 9 New page: अब कहते हैं कि ऐसे भ्रष्ट पुरुष स्वयं भ्रष्ट हैं, वे धर्मात्मा पुरुषों क...
- 03:5703:57, 24 November 2008 diff hist +3,524 N दर्शनपाहुड गाथा 8 New page: अब कहते हैं कि जो दर्शनभ्रष्ट हैं तथा ज्ञानचारित्र से भ्रष्ट हैं, वे स्व...
- 03:5703:57, 24 November 2008 diff hist +3,390 N दर्शनपाहुड गाथा 7 New page: अब कहते हैं कि सम्यक्त्वरूपी जल का प्रवाह आत्मा को कर्मरज नहीं लगने देत...
- 03:5603:56, 24 November 2008 diff hist +2,672 N दर्शनपाहुड गाथा 6 New page: ऐसे पूर्वोक्त प्रकार सम्यक्त्व के बिना चारित्र, तप को निष्फल कहा है । अब...
- 03:5503:55, 24 November 2008 diff hist +2,914 N दर्शनपाहुड गाथा 5 New page: अब कहते हैं कि जो तप भी करते हैं और सम्यक्त्वरहित होते हैं उन्हें स्वरूप...
- 03:5403:54, 24 November 2008 diff hist +2,618 N दर्शनपाहुड गाथा 4 New page: अब, जो सम्यग्दर्शन से भ्रष्ट हैं और शास्त्रों को अनेक प्रकार से जानते है...
- 03:5403:54, 24 November 2008 diff hist +4,124 N दर्शनपाहुड गाथा 3 New page: अब कहते हैं कि अन्तरंगसम्यग्दर्शन बिना बाह्यचारित्र से निर्वाण नहीं ह...
- 03:5303:53, 24 November 2008 diff hist +53,833 N दर्शनपाहुड गाथा 2 New page: अब, धर्म का मूल दर्शन है, इसलिए जो दर्शन से रहित हो, उसकी वंदना नहीं करना च...
- 03:5203:52, 24 November 2008 diff hist +4,725 N दर्शनपाहुड गाथा 1 New page: अब ग्रन्थकर्ता श्री कुन्दकुन्दाचार्य ग्रन्थ के आदि में ग्रन्थ की उत्प...
13 September 2008
- 02:2602:26, 13 September 2008 diff hist +83 N Category:आ New page: == ’आ’ से प्रारंभ होने वाले शब्द == current
- 02:2502:25, 13 September 2008 diff hist +83 N Category:अ New page: == ’अ’ से प्रारंभ होने वाले शब्द == current
- 02:2302:23, 13 September 2008 diff hist +112 Main Page No edit summary
2 September 2008
- 08:3408:34, 2 September 2008 diff hist +16 आयाम No edit summary
- 08:3308:33, 2 September 2008 diff hist +16 आयत No edit summary
- 08:3308:33, 2 September 2008 diff hist +16 आय No edit summary
- 08:3208:32, 2 September 2008 diff hist +17 आमंत्रिणी भाषा No edit summary
- 08:3108:31, 2 September 2008 diff hist +32 आबाधा No edit summary
- 08:3108:31, 2 September 2008 diff hist +49 आप्त No edit summary
- 08:3008:30, 2 September 2008 diff hist +17 आपेक्षिक गुण No edit summary
- 08:3008:30, 2 September 2008 diff hist +17 आपृच्छना No edit summary
- 08:3008:30, 2 September 2008 diff hist +16 आपातातिचार No edit summary
- 08:2908:29, 2 September 2008 diff hist +16 आनुपूर्वी संक्रमण No edit summary
- 08:2908:29, 2 September 2008 diff hist +62 आनुपूर्वी नामकर्म No edit summary
- 08:2808:28, 2 September 2008 diff hist +17 आनपान No edit summary
- 08:2708:27, 2 September 2008 diff hist +64 आनत No edit summary
- 08:2708:27, 2 September 2008 diff hist +16 आनंदिता No edit summary
- 08:2708:27, 2 September 2008 diff hist +16 आनंदा No edit summary
- 08:2608:26, 2 September 2008 diff hist +16 आनंद No edit summary
- 08:2608:26, 2 September 2008 diff hist +17 आध्यान No edit summary
- 08:2508:25, 2 September 2008 diff hist +17 आधार No edit summary
- 08:2508:25, 2 September 2008 diff hist +16 आद्यंतमरण No edit summary
- 08:2508:25, 2 September 2008 diff hist +17 आद्धा No edit summary
- 08:2408:24, 2 September 2008 diff hist +17 आदेश No edit summary
- 08:2408:24, 2 September 2008 diff hist +17 आदेय No edit summary
- 08:2408:24, 2 September 2008 diff hist +17 आदिब्रह्मा No edit summary