गरुडव्यूह
From जैनकोष
महापुराण 44.112
एक विशिष्ट सैन्य-व्यूह । सेना की ऐसी रचना चक्रव्यूह को भंग करने के लिए की जाती थी । इसमें वसुदेव निष्णात थे । हरिवंशपुराण - 50.112-129
महापुराण 44.112
एक विशिष्ट सैन्य-व्यूह । सेना की ऐसी रचना चक्रव्यूह को भंग करने के लिए की जाती थी । इसमें वसुदेव निष्णात थे । हरिवंशपुराण - 50.112-129