जयंधर
From जैनकोष
घातकीखंड द्वीप के पूर्वमेरु संबंधी पूर्व विदेह क्षेत्रस्थ पुष्कलावती देश की पुंडरीकिणी नगरी का राजा । इसकी रानी का नाम जयवती और पुत्र का नाम जयद्रथ था । महापुराण 75.533-534
जयपाल― महावीर के निर्वाण के तीन सौ पैतालीस वर्ष पश्चात् दो सौ बीस वर्ष के अंतराल में हुए ग्यारह अंगधारी पाँच मुनीश्वरों में दूसरे मुनि । महापुराण 2.146,76.520-525, वीरवर्द्धमान चरित्र 1.41-49,