वज्रमुख
From जैनकोष
(1) पद्म-सरोवर का पूर्व द्वार-गंगा नदी का उद्गम स्थान । यह छ: योजन और एक कोश विस्तृत तथा आधा कोश गहरा है । इस द्वार पर चित्र-विचित्र मणियों से दैदीप्यमान एक तोरण भी विद्यमान है जो नौ योजन तथा एक योजन के आठ भागों में तीन भाग प्रमाण ऊँचा है । हरिवंशपुराण - 5.132,हरिवंशपुराण - 5.136-137
(2) लंका के कोट का एक अधिकारी । यह हनुमान द्वारा मारा गया था । पद्मपुराण - 12.196, 52.23-24, 30.30