पंचशिरा
From जैनकोष
कुंडलवर द्वीप के कुंडलगिरि पर्वत पर पूर्व दिशावर्ती वज्रप्रभ नाम के दूसरे कूट का निवासी देव । यह इस पर्वत के नागकुमार देवों के सोलह इंद्रों में एक इंद्र है । हरिवंशपुराण 5.686, 689-690
कुंडलवर द्वीप के कुंडलगिरि पर्वत पर पूर्व दिशावर्ती वज्रप्रभ नाम के दूसरे कूट का निवासी देव । यह इस पर्वत के नागकुमार देवों के सोलह इंद्रों में एक इंद्र है । हरिवंशपुराण 5.686, 689-690