जठरकौशिक
From जैनकोष
गंगा और गंधावती नदियों के संगम-स्थल वाले वृक्षों के मध्य में स्थित तापस-वसति । तापस वसिष्ठ यहाँ पंचाग्नि-तप तपा करते थे । महापुराण 70.322-323
गंगा और गंधावती नदियों के संगम-स्थल वाले वृक्षों के मध्य में स्थित तापस-वसति । तापस वसिष्ठ यहाँ पंचाग्नि-तप तपा करते थे । महापुराण 70.322-323