अनंतमती
From जैनकोष
(1) राजा नंदिषेण की रानी, मणिकुंडल नामक देव के जीव वरसेन की जननी । महापुराण 10.150
(2) एक आर्यिका । राजा प्रजापाल की पुत्री यशस्वती ने मामा के द्वारा किये गये अपने अपमान से लज्जित होने से उत्पन्न वैराग्य के कारण इन ही से संयम धारण किया था । महापुराण 46.45-47
(3) कौशांबी के राजा महाबल और उनकी रानी श्रीमती की पुत्री श्रीकांता की सहगामिनी । महापुराण 62.351-354
(4) चक्रवर्ती भरत की रानी, पुरूरवा मील के जीव मरीचि की जननी । महापुराण 74.49-51