देवश्री
From जैनकोष
(1) पुष्कलावती देश में धान्यकमाल-वन के निकट स्थित शोभानगर के राजा प्रजापाल की रानी । महापुराण 46.94, 15
(2) विदेहक्षेत्र की पुंडरीकिणी-नगरी के निवासी सेठ सर्वदयित की बुआ इसका विवाह सागरसेन से हुआ था । इसके दो पुत्र थे—सागरदत्त और समुद्रदत्त तथा एक पुत्री थी― सागरदत्ता । महापुराण 47. 191-196