चंडबाण
From जैनकोष
एक व्याध राजा । इसने आक्रमण कर के शाल्मलिखण्ड नामक ग्राम की प्रजा का अपहरण किया था । अपहृत लोगों में देविला और जयदेव की पुत्री पद्मदेवी भी थी । राजगृह के राजा सिंहरथ ने इसे मारकर अपहृत जन समूह को मुक्त कराया था । हरिवंशपुराण 60.111-113