जांबूनद
From जैनकोष
शाम का मुख्य मन्त्री । लक्ष्मण को मायामय सुग्रीव और वास्तविक सुग्रीव का भेद इसी ने बताया था । अपरनाम जाम्बव । बहुरूपिणी विद्या के साधक रावण को कुपित करने के लिए यह लंका गया था । अन्त में यह शरीर से नि:स्पृह होकर भरत के साथ दीक्षित हो गया था । पद्मपुराण 47.39-40, 54.58, 70.12-16, 88 1-9,