गुरुपजोपलंभन
From जैनकोष
गर्भान्वय की त्रेपन क्रियाओं में इकतालीसवीं क्रिया । इस क्रिया में तीर्थंकर शिष्यभाव के बिना ही अनौपचारिक रूप से शिक्षा ग्रहण करते हैं । महापुराण 38.61, 229-230
गर्भान्वय की त्रेपन क्रियाओं में इकतालीसवीं क्रिया । इस क्रिया में तीर्थंकर शिष्यभाव के बिना ही अनौपचारिक रूप से शिक्षा ग्रहण करते हैं । महापुराण 38.61, 229-230