स्त्री-परीषह-जय
From जैनकोष
बाईस परीषहों में एक परीषह-स्त्रियों द्वारा की जाने वाली बाधाओं एवं उनकी कामजन्य चेष्टाओं को विफल करना । महापुराण 36.118
बाईस परीषहों में एक परीषह-स्त्रियों द्वारा की जाने वाली बाधाओं एवं उनकी कामजन्य चेष्टाओं को विफल करना । महापुराण 36.118